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दरबार की महिमा
मन को पुलकित कर देने वाला यह पावन दरबार योगेश्वर श्री साहेब बाबा की द्विव्य लीलाओं की अनुभूति कराने में सक्षम है। दरबार की महिमा अनंत है।
धन ग्यासपुर धाम है, धन साहिब दरबार ।
धन साहिब के रसिक जो, सुमिरै साहिब नाम ।।
दरबार की दिव्य धरा पर जब भी कोई प्रेमी भक्त जन भाव बिभोर हृदय से आते हैं तो वह अनायास ही अनुभव करने लगते हैं की उनका हृदय असीम आनंद से भर जाता है और तब उनके मुख से दरबार की महिमा तथा साहिब बंदगी महामंत्र स्वतः ही झरने लगते हैं।
परिचय सर्वान्तरयामी श्री साहेब बाबा
बिहार प्रदेश के सिवान जिले के ग्यासपुर गाँव में स्थित ‘साहिब दरबार’ सर्वान्तरयामी श्री साहेब बाबा की दिव्यता के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है | ‘ग्यासपुर धाम’ श्री साहिब बाबा की जन्मभूमि है, जहां दर्शन मात्र से ही भक्तो को श्री साहेब बाबा का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है
साहेब बाबा में परमपिता परमेश्वर के सभी गुण मौजूद थे । वह एक ब्रह्मनिष्ठ एवं श्रोतिय संत थे ।
शरीर परिवर्तन के साथ-साथ जीवात्मा सब कुछ भूल जाता है, किन्तु साहेब बाबा सब स्मरण रखते हैं क्योंकि वे सच्चिदानंद है। वो अद्वैत हैं, जिसका अर्थ है कि उनके शरीर तथा उनकी आत्मा में कोई अन्तर नहीं है ।
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धाम पीठाधीश्वर
पूज्य सरकार जी वर्तमान समय में साहिब दरबार के पीठाधीश्वर के रूप में विराजमान हैं । करुणानिधान श्री साहेब बाबा ने समाधिस्थ होने के 12 वर्ष पूर्व ही अपने सम्पूर्ण सिद्धि एवं शक्तियो तथा धर्म धुरी को सौंप कर पूज्य सरकार जी को साहिब दरबार का पीठाधिपति नियुक्त कर दिए थे। तथा उससे पूर्व ही पूज्य सरकार जी ने सद्गुरुदेव श्री साहेब बाबा से दीक्षा प्राप्त कर नाम जप में लग गये थे, धीरे-धीरे निर्गुण निराकार परब्रह्म की उपासना करते करते सांसारिक विषयों से मुक्त होकर वह स्वयं को परमात्मा में समाहित कर संसार की सेवा में लग गए।