योग

समुच्चय योग उच्यते ।

अर्थात् जीवात्मा से परमात्मा के जुड़ाव का नाम योग है। जिस क्रिया के माध्यम से जीव परमात्मा से जुड़ता है। उसे भी हमारे शास्त्रो में योग कहा गया है। जैसे कर्म योग, क्रिया योग, ज्ञान योग, शक्ति योग इत्यादि। शरीर को योग की क्रियाओं के माध्यम से जागृति और चेतनायुक्त बनाकर परमात्मा से जोड़ने योग्य बनाया जाता है। ये क्रियाएं मुलतः आठ प्रकार की होती है। इन्हे अष्टांग योग कहा जाता है।